१) एकात्म मानववाद - पंडित दीनदयाल उपाध्याय
२) दीनदयाल जी के पांचजन्य में लिखे लेख:
- ‘सब को काम’ ही भारतीय अर्थनीति का एकमेव मूलाधार
- अखंड भारत- ध्येय और साधन
- अब्दुल्ला द्वारा जुलाई समझौते का उल्लंघन
- पराशर
- यात्रा से पूर्व
- हमारी अर्थ-नीति का मूल आधार
२) दीनदयाल जी के पांचजन्य में लिखे लेख:
- ‘सब को काम’ ही भारतीय अर्थनीति का एकमेव मूलाधार
- अखंड भारत- ध्येय और साधन
- अब्दुल्ला द्वारा जुलाई समझौते का उल्लंघन
- पराशर
- यात्रा से पूर्व
- हमारी अर्थ-नीति का मूल आधार