कोविड आपदा राहत प्रकल्प
अप्रैल 2020 में लॉक डाउन लगने के बाद से हर परिवार पर बिना अनाज के परिवार का पालन पोषण करना एक दुरूह कार्य हो गया था | इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओ को छोडकर सभी कामकाज एकदम ठप्प थे | ज़िन्दा रहने के लिए भोजन हमारी पहली आवश्यकता है, इस बात को ध्यान में रखते हुए युगभारती ने हमारे सक्रिय सदस्य अजयशंकर जी के नेतृत्त्व में एक वालंटियर टीम बनाई जिनके जिम्मे पर राशन वितरण का काम सौपा गया | सरकारी प्रतिबंधों को सम्मान देते हुए राशन प्राप्त करने वाले परिवारों का चयन और कोविड लॉक डाउन 2020 के दौरान राशन वितरण का काम शुरू हुआ | 12 अप्रैल 2020 को शुरू किये इस राशन वितरण के काम को नवम्बर 2020 के अन्त तक लगातार जारी रखा गया, युगभारती सदस्यों के आर्थिक सहयोग से इन सात महीनों में, हर हफ्ते, राशन के औसतन 150 पैकेट चयनित परिवारों को दिए जाते रहे | इन सभी पैकेटों में 4-5 सदस्यों के परिवार के एक हफ़्ते के उपयोग का राशन रहता था | इस नियमित राशन वितरण के अलावा एक विशेषरूप से उल्लेख करने योग्य कार्य युग भारती के एक सदस्य श्री संजय सारस्वत (1983 बैच) तथा उनकी सुपुत्री मानसी सारस्वत ने किया. मानसी लॉकडाउन के दौरान कनाडा में फंस गयी थीं और वहीँ से उन्होंने मिशन-सहारा चला कर धन संग्रह किया। इस एकत्रित धनराशि के द्वारा युगभारती ने 15 परिवारों को 2 महीने के राशन का प्रबंध किया।
कोविड आपदा आने के बाद से युगभारती द्वारा किये गए कुछ कार्य निम्नवत हैं -
- हमारे 12 डॉक्टर सदस्यों की टीम ने मई के दूसरे हफ़्ते से कोविड हेल्पलाइन की शुरुआत की और प्रतिदिन 150-170 मरीजों और उनके परिवारीजनो को निःशुल्क परामर्श का लाभ दिया | जरुरत पड़ने पर हमारे सदस्य, जो दवा की दुकान चलाते हैं, उनके माध्यम से, दवाओ का प्रबन्ध और वितरण भी किया |
- संस्था के द्वारा कोविड योद्धाओं के लिये ठन्डे पानी की 2 मशीनें कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल( GSVM) मेडिकल कॉलेज में लगवाई गयीं|
- लॉक डाउन में मुहल्ले के दूधियों के संकट को देखते हुए 6 हफ़्ते तक कानपुर के पी रोड – रामबाग इलाके में 50 दुधमुंहे बच्चों के लिये गाय के दूध का भी निःशुल्क वितरण किया गया |
- कानपुर शहर में अनेक परिवार ऐसे भी थे जो कि किराये के मकानों में रहते थे और आय के साधन शून्य होने से उनको राशन के सहयोग के साथ बिजली के बिल इत्यादि के लिये नक़द अनुग्रह राशि भी प्रदान की गई |
- लॉक डाउन के बाद भी बाज़ार की स्थितियां समान्य नही हो पाई थी और इसी के बीच लोहा बाजार के एक पल्लेदारश्रीमदन चंद्र पांडेय की बेटी के विवाह में धन की अडचनों को संस्था ने महसूस किया और इस विवाह में 1 लाख 75 हज़ार रुपये की आर्थिक मदद कर के सामाजिक जिम्मेदारी निभाई |
- नवम्बर 2020 तक के अनुभव के आधार पर, परिस्थितियों के मारे,15 परिवारों को हमने राशन की सहायता 2021 में भी जारी रखी हुई हैं |
- कोरोना संकट की दूसरी लहर में परिस्थिति बिलकुल भिन्न रही लेकिन संस्था इस बार भी सजगता से समाज के लिये अपने सेवा कार्य में जुटी रही |
- इस बार संस्था ने अपने कार्यों की रूपरेखा में थोड़ा बदलाव किया और जैसे पिछली बार 1 सप्ताह तक की सहायता उपलब्ध कराई गयी थी, इस बार उसे बढ़ाकर 1 माह किया गया. इतना ही नहीं, 1 महीने पश्चात उन सभी परिवारों की स्थिति का पुनरावलोकन करके इस सहायता को 3 माह तक बढ़ाने का भी प्रावधान रखा गया। परिवारों के चयन में भी इस बार और भी अधिक सावधानी बरती गयी और निम्न माध्यम वर्गीय 150 परिवारों का चयन किया गया जिन्हे किसी प्रकार की सरकारी सहायता प्राप्त नहीं थी. इस बार अनेक शिक्षकों, वकीलों, मन्दिर के पुजारियों, ई रिक्शा चालकों, मालियों, दिहाड़ी मजदूरों, बहुत छोटे दुकानदारों तथा बिजली-मैकेनिकों को सम्मिलित किया गया. इस कार्य के लिए कुल 5 लाख के बजट का प्रावधान रखा गया है जिसमे से 3 महीनों तक 150 परिवारों को सहायता पहुंचाने में 3,60,000 रुपये खर्चहोंगे. तत्पश्चात बचे हुए 1,40,000 रुपये आगे के महीनो में अन्य परिवारों को चयनित करके दिए जायेंगे.
- हमारे डॉक्टर सदस्यों ने एक बार फिर कोरोना मेडिकल हेल्पलाइन शुरू कर दी है और इस बार, डॉक्टरों के निःशुल्क परामर्श के साथ साथ, कोरोना से रिकवर्ड हमारे सदस्य भी कोरोना मरीजों और उनके परिवारीजनों को अपने अनुभव आधारित परामर्श (काउंसलिंग) प्रदान कर रहे हैं |
- बाज़ार में अनुपलब्ध दवाओ को उचित मूल्य पर सभी जरुरतमंद मरीजों (हमारे सदस्यों के नेटवर्क के माध्यम से सम्पूर्ण भारत में ) तक पहुचाने के लिये हर सम्भव प्रयास
किये जा रहे हैं | अस्पताल में बेड के प्रबन्धन होने तक ऑक्सीजन की
निःशुल्क इमरजेंसी सेवा प्रकल्प भी संस्था के द्वारा शुरू किया गया है
जिससे प्रतिदिन 8 से 10 जरुरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन की मदद की जा रही है |
- युग
भारती के अनेक सदस्यों और उनके परिवारीजनो से प्राप्त आर्थिक सहयोग से अब
हम ऑक्सीजन कंसंट्रेशन उपकरण द्वारा ऑक्सीजन सेवा को और अधिक मरीजों तक
पहुँचाने मे सक्षम हो रहे हैं|
दिनांक 13 मई 2020 से 29 मई 2020 तक
कानपुर दिल्ली हाईवे पर हिंदुस्तान पेट्रोल पंप सचेडी पर 18 मई तक
तत्पश्चात कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर प्रतिदिन 500 पैकेट भोजन व पानी के
पैकेट वितरित किए गए।
श्री अजय शंकर दीक्षित , डॉ मनोज अवस्थी,अव्यक्त अवस्थी (2018)जी आदि
इस नियमित राशन वितरण के अलावा एक
विशेषरूप से उल्लेख करने योग्य कार्य युग भारती के एक सदस्य श्री संजय
सारस्वत (1983 बैच) तथा उनकी सुपुत्री मानसी सारस्वत ने किया. मानसी
लॉकडाउन के दौरान कनाडा में फंस गयी थीं और वहीँ से उन्होंने मिशन-सहारा
चला कर धन संग्रह किया। इस एकत्रित धनराशि के द्वारा युगभारती ने 15
परिवारों को 2 महीने के राशन का प्रबंध किया।
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